डॉ श्रीनुबाबू के जीवन और लक्ष्य को आकार देने में श्रीकाकुलम का एक महत्वपूर्ण योगदान है, इसके प्रतिफल में, डॉ श्रीनुबाबू ने आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले के सात गांवों को अपनाया है । डॉ श्रीनुबाबू ने एक ड्रैंनेज सिस्टम के बुनियादी ढांचे की नींव रखी, जो कि आज-कल एलेंना, बुर्ज, किलेन्ट्रा, जी बी पुराम, पेद्दपेटा, पालवलसा, कोथपेटा और उसके आस-पास के गांवों को सुरक्षित पेयजल प्रदान करता है। डॉ श्रीनुबाबू का इन समुदायों में शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल, और स्वच्छता प्रदान करने वाले संसाधनों के विस्तार में भी महत्वपूर्ण योगदान है।
डॉ श्रीनुबाबू ने ग्रामीण छात्रों की मदद व प्रोत्साहन हेतु आंध्र विश्वविद्यालय, विशाखापट्नम, और डॉ बीआर अंबेदकर विश्वविद्यालय, श्रीकाकुलम के सहयोग से कई छात्र विज्ञान मेलों व छात्र कौशल विकास कार्यक्रमों का आयोजन किया है। इसके आलावा, डॉ श्रीनुबाबू ने रोज़गार निर्माण की उन्नति के लिए सरकार के सहयोग से कई उद्यमी पदोन्नति कार्यक्रम भी आयोजित किए हैं।
डॉ श्रीनुबाबू और उनके संघ ने इंडस फाउंडेशन, आंध्र विश्वविद्यालय, स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय, एन आई एच, डॉ बी आर अंबेदकर विश्वविद्यालय, के एल विश्वविद्यालय इत्यादि, के सहयोग से कैई वैज्ञानिक सम्मेलनों का आयोजन भी किया है। इन सम्मेलनों मे छात्रों को सर्वश्रेष्ठ पोस्टरों के लिये पुरस्कार भी प्रदान किये जाते हैं। ऐसे मंच न सिर्फ छात्रों की वैज्ञानिक मनोदशा को बढ़ावा देते हैं बल्कि उनको रोजगार के नये अवसरों के बारे में भी अवगत कराते हैं।
यह संघ छात्रों के लिए शिक्षा-संबंधी मेले आयोजित कर विदेशी विश्वविद्यालयों के बारे में जागरूकता प्रदान करता है। इसके अतिरिक्त, तेलंगाना सरकार, फार्मास्यूटिकल एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल, व तेलंगाना और आंध्र प्रदेश फेडरेशन ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री, के साथ मिलके डॉ श्रीनुबाबू ने स्वास्थ्य सेवा व फार्मा संबंधी कई कार्यक्रम आयोजित किए हैं।
डॉ श्रीनुबाबू के साथ कुछ चुनिंदा साक्षात्कार
फार्मा उद्योग के विकास मे उत्कृष्ट अनुसंधान व दृष्टिकोण को बढ़ावा देने वाले सम्मेलनों कि महत्ता पर डॉ श्रीनुबाबू से साक्षात्कार।
भारतीय कृषि, फसल अनुसंधान, भारतीय स्वास्थ्य सेवा, कैंसर आवरनेस कार्यक्रम, फार्मा नियामक, और फार्मा उद्योग क्षेत्र आदि पर डॉ श्रीनुबाबू से साक्षात्कार।
शैक्षणिक योगदान
शिक्षा किसी भी समाज की सफलता की नींव होती है, और किसी भी तरह की प्रगति के लिए मशाल-धारक होती है, चाहे वह प्रगति तकनीकी हो या वैज्ञानिक।
डॉ श्रीनुबाबू एजुकेशनल सोसाइटी शिक्षक समुदाय के सदस्यों को आधुनिकतम शिक्षा-संबंधी तकनीकों से अवगत कराने के लिए संकाय विकास कार्यशालाओं का आयोजन करती है। इन कार्यशालाओं मे भिन्न भिन्न तरह के तकनीकी शैक्षणिक साधनों जैसे के ऑडियो-विजुअल लर्निंग उपकरणों को इस्तेमाल में लिया जाता है।
डॉ गेदेला की एजुकेशनल सोसाइटी, श्रीकाकुलम जिले के सात आंतरिक गांवों में प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च शिक्षा की उन्नति के लिए कई पाठशालाओं की सहायता करती है।
डॉ श्रीनुबाबू एजुकेशनल सोसाइटी प्राथमिक से लेके उच्च शिक्षा प्रदान करती है। इस वक्त इस सोसाइटी में लगभग ५००० छात्र पढ़ रहे हैं।